अरुलाई दोष दिइ , आफु हुने बोस
शोषण र अराजकतामा रम्ने नगर सोख !
########################
वेला न कुवेलामा उड़्ला है होस
वरु देश बनाउने - निकाल्नु पर्छ जोस !
########################
असहाय र पिडितलाइ आदर मान
बाचि बचाई गरी खान जान
!
########################
निरन्तर रुपमा परिश्रम गर्नु पर्छ भन
उन्नति र सफलतामा लाग्नु पर्छ कन !
########################
त्यहा छ अन्न हजारौ मन
आफ्नै पाखा पखेरोमा खन !
########################
तिम्रो धेरै काम छ, मान शान पनि
हाउ'छ भाऊ'छ - छ कति धेरै धन !
त्यही हुने'छ तिम्रो निश्चल मन !!
Followers
Translate this blog into your language to read it.
पुराना संग्रहहरु
-
►
2008
(38)
- ► August 2008 (4)
- ► September 2008 (6)
- ► October 2008 (10)
- ► November 2008 (9)
- ► December 2008 (9)
-
▼
2009
(36)
- ► January 2009 (8)
- ▼ February 2009 (5)
- ► March 2009 (6)
- ► April 2009 (3)
- ► August 2009 (3)
- ► December 2009 (5)
-
►
2010
(38)
- ► January 2010 (3)
- ► February 2010 (3)
- ► March 2010 (2)
- ► April 2010 (2)
- ► August 2010 (4)
- ► September 2010 (4)
- ► October 2010 (1)
- ► November 2010 (8)
- ► December 2010 (3)
-
►
2011
(27)
- ► January 2011 (3)
- ► February 2011 (3)
- ► March 2011 (4)
- ► April 2011 (4)
- ► August 2011 (2)
- ► October 2011 (1)
-
►
2012
(15)
- ► February 2012 (1)
- ► March 2012 (2)
- ► September 2012 (1)
- ► November 2012 (4)
- ► December 2012 (5)
-
►
2013
(44)
- ► January 2013 (3)
- ► February 2013 (1)
- ► March 2013 (5)
- ► April 2013 (3)
- ► August 2013 (4)
- ► September 2013 (3)
- ► October 2013 (1)
- ► November 2013 (1)
- ► December 2013 (5)
-
►
2014
(20)
- ► January 2014 (1)
- ► February 2014 (1)
- ► August 2014 (6)
- ► September 2014 (4)
- ► November 2014 (2)
- ► December 2014 (3)
-
►
2015
(36)
- ► January 2015 (5)
- ► February 2015 (2)
- ► March 2015 (2)
- ► April 2015 (2)
- ► August 2015 (2)
- ► September 2015 (1)
- ► October 2015 (4)
- ► November 2015 (4)
- ► December 2015 (3)
-
►
2016
(3)
- ► March 2016 (2)
- ► August 2016 (1)
-
►
2017
(1)
- ► March 2017 (1)
-
►
2018
(14)
- ► February 2018 (2)
- ► April 2018 (1)
- ► September 2018 (1)
- ► November 2018 (1)
-
►
2019
(15)
- ► March 2019 (3)
- ► April 2019 (5)
- ► October 2019 (1)
- ► November 2019 (2)
- ► December 2019 (1)
-
►
2020
(8)
- ► February 2020 (2)
- ► March 2020 (2)
- ► April 2020 (2)
- ► August 2020 (1)
-
►
2021
(2)
- ► January 2021 (1)
- ► February 2021 (1)
-
►
2022
(3)
- ► October 2022 (1)
- ► December 2022 (2)
-
►
2023
(26)
- ► January 2023 (3)
- ► February 2023 (1)
- ► March 2023 (6)
- ► April 2023 (5)
- ► August 2023 (1)
- ► September 2023 (1)
- ► December 2023 (4)
-
►
2024
(8)
- ► February 2024 (1)
- ► April 2024 (2)
- ► August 2024 (4)
एकदम सही निष्कर्ष भएको कबिता |
ReplyDeleteमलाई कबिताको बारेमा खासै थाहा नभएर पनि होला प्रस्तुतिमा भने अझै सुधार गर्ने ठाऊँ छ की जस्तो लाग्यो | म नै उस्तो पो हो की ?
धन्यबाद सुझाब को लागी मिलन जी !
ReplyDeleteतपाइले wordpress use गर्नु भएजस्तो लाग'थ्यो नि ?
www.meellon.wordpress.com
हैन र ,फेरी नया ब्लग क्रेट गर्नु भए जस्तो छ नि ?
हुन त मलाई मनपर्ने वर्डप्रेस नै हो तै पनी यसो ट्राई मार्दै जांदा ब्लगस्पट नि खुलेको हो | म वर्डप्रेस मै निरंतरता दिने बिचार गर्दै छू...
ReplyDeleteआजको समयको परिस्थिति भावमा राम्रो गरी उच्छवास पोख्नुभएको छ । यसलाई माझ्ने ठाउँ भने निकै छ है । सामान्य दिनचर्याको कुराकानी जस्तै भएको छ कविता ।
ReplyDelete